16 अप्रैल 2011
हैदराबाद। आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा की हालत शनिवार को भी गम्भीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। वैसे डॉक्टरों का कहना है कि उन पर इलाज का सकारात्मक असर हो रहा है। उन्हें एक पखवाड़े के अंदर अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। वह 85 साल के हैं।
उन्हें करीब तीन सप्ताह पहले आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी स्थित श्री सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ हायर मेडीकल साइंसेज में दाखिल कराया गया था। तब से वह लगातार वेंटीलेटर पर हैं।
अस्पताल से शनिवार सुबह जारी हुए चिकित्सा बुलेटिन के मुताबिक उनके लगभग सभी अंग सामान्य ढंग से काम कर रहे हैं। बुलेटिन के मुताबिक, "उनका इलाज करने वाले डॉक्टर्स उनके स्वास्थ्य में हो रहे सुधार से संतुष्ट हैं हालांकि बहुत धीमी गति से सुधार हो रहा है। वे उनके स्वास्थ्य सम्बंधी मापदंडों की स्थिरता से संतुष्ट हैं।"
बुलेटिन में कहा गया है, "उनकी हालत लगातार गम्भीर बनी हुई है।"
सत्य साईं बाबा के देश में व देश के बाहर लाखों भक्त हैं। उन्हें 28 मार्च को अस्पताल में दाखिल किया गया था। उनके कई अंग ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
सत्य साईं बाबा के स्वास्थ्य पर स्पष्टीकरण को लेकर उनके कुछ भक्तों और राज्य मानवाधिकार आयोग ने अदालत की शरण ली है। उनकी बीमारी को लेकर रहस्य जैसी स्थिति पैदा हो गई है क्योंकि श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट उन्हें अस्पताल से उनके प्रशांति निलायम स्थित आवास में ले जाने की योजना बना रहा है।
पूर्व सांसद आदिकेशवुलु नायडू सहित बाबा के कुछ भक्तों ने आरोप लगाया है कि उनकी बीमारी के लिए ट्रस्ट के कुछ सदस्य जिम्मेदार हैं। उनका आरोप है कि डॉक्टर उन्हें बाबा से नहीं मिलने दे रहे हैं। भक्तों की मांग है कि सरकार ट्रस्ट से जुड़ी सारी जानकारियां सार्वजनिक करे।
ट्रस्ट ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि वह लगातार बाबा के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है। वक्तव्य में कहा गया है, "डॉक्टर्स को विश्वास है कि बाबा के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है वे उनकी वर्तमान हालत से संतुष्ट हैं। संभव है कि एक पखवाड़े के अंदर उन्हें अस्पताल से उनके प्रशांति निलायम स्थित आवास पर भेज दिया जाए।"
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